प्रेम फरवरी
आरजू है कि तू इनायत कर
आइ तेरे लिये बगावत कर
जब मुलाकात हो गयी दिलवर
देख मुझसे अभी रिवायत कर
आपके है रहम अभी मुझ पर
बारहा तू अदब नसीहत कर
देख थोड़ी अभी जवानी है
भूल हो जाय तो हिदायत कर
वो सितम ढ़ा रहा गरीबों पर
राज करता रहा सियासत कर
राजकांता राज
पटना (बिहार)
शार्टफिल्म, माडलिंग व फोटोशूट, फैशन शो के लिए
इच्छुक महिलाएं 7068990410 पर मैसेज करें
आगामी लेख/कविता/कहानी के लिए विषय - होली
0 टिप्पणियाँ