प्रेम फरवरी
आप मेरी वफ़ा से न घबड़ाइए,
जां भी दे देंगे हम,आप फरमाइए!
है मुहब्बत बड़ी चीज़, जाने जिगर,
इस लगी में सनम, दिल को बहलाइए!
कैसी रगवत से देखा था तब आपने,
वो नज़र अब कहाँ ये भी बतलाइए!
इक नज़र की कशिश ने मिलाया हमें,
दिल में रख लें हमें, जां में बस जाइए!
मय बहुत से जमीं पर बहुत से शुरूर,
पर मेरी नज़्र में जो,वो कहाँ पाइए....?
खुद उतरकर मेरे दिल में देखें हुजूर,
हर तरफ आप- ही-आप मुस्काइए!
लज्जते ईश्क में है ये कैसा नशा,
आँख से आँख का जाम टकराए!
प्यार छलका तो दिल का चूनर रंग गया,
आप चाहेंभी, क्या रंग धो पाईए?
बहके-बहके से आप, हम भी कम नहीं,
यह नशा हो मुबारक न कम पाईए!
डॉ अन्नपूर्णा श्रीवास्तव
रूपसपुर बेली रोड - पटना - बिहार
9576815977ठ
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