साहित्‍य सितारे में- डा0 प्रिया सूफी

साहित्‍य सितारें -2


पंजाब प्रांत के छोटे से जिले होशियारपुर जो कभी पहाड़ो का  आर्थिक गढ़ व्यापार की मंडी माना जाता था, जहाँ हिमाचल के कई क्षेत्र अपने व्यवसाय को दिशा देते थे, रहने वाली डा. प्रिया सूफी न सिर्फ त्याग का उदाहरण है बल्कि तन-मन से परोपकार की मूर्ति भी हैं। पंजाब की यह बेटी यूँ तो खाने की बहुत शौख नहीं रखती परन्तु चाय के मामले में यह ज्यादा है। कप की जगह भरी हुई गिलास में चाय पीना इनकी पहली पंसद हैं। अपने पड़ोसी के बीच मिलनसार हसमुँख स्वभाव की महिला का  पहचान बनाई यह किसी मेहमान के आने पर हसते मुस्कुराते उसका स्वागत करना और फिर लग जाना उसकी खातिरदारी में यह इनकी विशेष आदत है।
अपनी माँ की बीमारी के बाद विवाह कर अपने सुख शांति के से जीवन व्यतीत करने की मंशा को निकाल जीवन को माँ के प्रति ही समर्पित कर दिया। आज के समय में जब लोग अपने स्वार्थ के लिए अपने माँ-बाप को बलि चढ़ा दे रहे हैं, ऐसे में प्रिया सूफी इस समाज के लिए एक बेमिसाल उदाहरण हैं। उच्च शिक्षा ग्रहण करने विदेश जाने और लौट कर अपने वतन की सेवा करने का स्वपन इनकी आँखो में साफ दिखाई देता है। जिसे पूरा करने के लिए अपने सारे दायित्वों की पूर्ति कर देर रात तक किताबों के साथ युद्द करती हैं। लेखन में छंद विधा इनकी प्रमुख पंसदीदा विधा है। कम लिखो ठोस लिखो की मान्यता को बल देने वाली प्रिया सूफी सिर्फ अपने जिले ही नहीं बल्कि पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, जम्मू तक अपनी पहचान बना चुकी हैं।
 साहित्य सरोज पत्रिका के साहित्य सितारे में जानते हैं डा. प्रिया सूफी को उनके जीवन को उनके साहित्यिक सफर को


नाम - डॉ प्रिया "सूफ़ी"
शिक्षा - बी ए ( हिंदी आनर्स), एम. ए.(हिंदी,अंग्रेजी), बी.एड., डाक्टरेट - हिंदी (लिंग्विस्टिक्स) . 


सम्प्रति -
- 1998 से अब तक होशियारपुर पंजाब  में व्याख्याता।


उपलब्धियाँ -
- लोक गंगा, इरावती पत्रिकाओं में कहानी कविता एवं लेख प्रकाशित। देश -विदेश की प्रतिष्ठित मैगज़ीन्स व समाचारपत्रों में नियमित प्रकाशन।


- दिल्ली प्रेस की सरिता व ​मुक्ता पत्रिकाओं में कविताएं व कहानियां प्रकाशित


-पाक्षिक कॉलम (पंजाबी में) in Academy of Punjab in North America (apnaorg.com)
(2010 से अब तक )


-साहित्य कुञ्ज, अनुभूति, वट वृक्ष, कलायन वेब पत्रिकाओं में कवितायेँ प्रकाशित
- डी डी पंजाबी जालंधर केंद्र से कार्यक्रम में एंकरिंग।
- अंतरराष्ट्रीय हिंदी कॉन्फ्रेंस विशाखापत्तनम में पेपर प्रेजेंटेशन।


प्रकाशित पुस्तकें - 
1."आराधन"- काव्य संग्रह - 2014
2. “काव्याक्षर”, “काव्य सुरभि”, “मधुबन”, “तितिक्षा”, “गुलनार”, “गुलज़ार”, “सुगंध मंजरी”, “कविता बोलती है”, “काव्यांजलि” , “प्यारी बेटियाँ” सभी साँझा संग्रह -2017
3. "कवि नंददास की कोशकला" - शोध ग्रंथ - 2019
4. "कॉमागाटा मारु" - अनुवाद - (प्रेस में) 2019


लेखन विधाएँ - 
छन्दबद्ध और छन्दमुक्त रचनाएँ , गीत , गज़ल , कहानियाँ एवं लघुकथाएं।
सम्मान- काव्य सुरभि सम्मान, काव्य सागर सम्मान, काव्य रस रसिक सम्मान, काव्य रत्न सम्मान, काव्य गौरव सम्मान, शिक्षक संपर्क सम्मान।
 
सम्पर्क सूत्र
- 09878612556
ई मेल - drpriyasufi@gmail.com



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