शहादत की बरखी
पुलवामा के शहीद वीरो को नमन।
पाकिस्तानी करतूतों का हो दमन।
हिंदुस्तानी रत्नो को शहादत अर्पण।
देश के नाम किया उफनते लहू को समर्पण।
नेताओं की पुष्पांजलि से नही होता मंथन।
सपूतो के घर छाया आज भी महातम ।
शहीदों के बलिदान को मिले औचित्य संरक्षण।
काफिर पाक को सबक मिले हो नत् मस्तिष्क।
हेमलता गोलछा
गुवाहाटी, आसाम
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