न्याय की गुहार लगाई थी ,
निर्भया की मां ,
दरिंदों को बचाने की पैरवी भी हुई,
झूठ बोले गए, सत्य के दरबार में,
अंधेरा बहुत हो चुका ,
अब और नहीं ।
वहशी दरिंदे बहुत बढ़ गए ,
बेटियों की अस्मिता को तार-तार किया ,
घाव इतने दिएउनके शरीर पर,
कि मानवता को शर्मसार कर दिया,
दर्द बहुत है सहे ,
अब और नहीं।
अब कोई कलियां चमन से न टूटे,
गुड़िया कभी भी किसी की न रूठे,
न्याय व्यवस्था इतनी मजबूत हो,
की प्यारी लाडो किसी की न छूटे जिंदा जलाया था ,
अब और नहीं ।
देर से ही सही, पर न्याय तो मिला,
निर्भया बेटी को ,इंसाफ मिला,
फांसी के फंदे पर झूल गए दरिंदे,
महिलाओं को आज सम्मान तो मिला ,
हमारी आवाज दबाई गई,
अब और नहीं ।
श्रीमती शोभा रानी तिवारी
619अक्षत अपार्टमेंट,
खातीवाला टैंक इन्दौर म.प्र.
मोबाइल 8989409210
0 टिप्पणियाँ