देर है पर अंधेर नहीं
जिसने मिलकर किया दरिंदगी
कांप रहा थर थर आज वही
निर्भया के दोषियों को
सात साल बाद सजा मिली
पर उसे क्यों छोड़ दिया
जिसने किया क्रूरता की हदें पार
मेरी गुजारिस सड़क पर खड़े कर
उसे सरे आम दो गोली मार
तभी निर्भया को संतुष्टि मिलेगी।
कविराज
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