आदिदेव,योगेश्वर,
दीना-नाथ अब तुम ही
करो बेड़ा पार।
त्रिभुवन की रक्षा
अब तुम्हारे हाथ।
शशि शेखर कैसा समय
आया प्रभु-
मंदिरों के पट बंद है-
कैसे करूं,अनुनय-विनय।
आपकी अर्धांगिनी
कुछ करें करुणा-दया।
विश्व में फैली अशांति को
शांति की दे दुआ।
हे जगदीश्वर ! फैलाओ अपना वरद हस्त
हम सभी भक्तजनों को करो निरोग,
संपूर्ण विश्व के प्रेमी जनों को
आपका आशीर्वाद प्राप्त हो।
सभी स्वस्थ हो ,निरोगी रहें ।
आपकी कल्याणमयी दृष्टि से
आप्लावित रहे
-अंजू पुरवार
मीरापुर,प्रयागराज
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