घरही मे बइढल बइढल सिता राम कही।
जाहि बिधि राखस मोदी ताहि बिधि रही।।
जहिया से बन्द भइल हमरो दुकनिया।
घरवा मे बइढल मुह देख तानि रनिया ।।
कनिया के नखरा कइसे रात दिन सही ।।।
जाहि बिधि -----
मोदी से अपील कर तारी हमरो बीवी।
चाय पकौड़ा मागे देखत खानी टीवी।।
किचन में लाक डाउन होई तबे लही।।।
जाहि बिधि -------
घरवे में काम कुल्ही परे हमारे करे के।
मेहरी के आगे सब पड़ ताटे सहे के ।।
किच किच के चलते अब दिमाग भइल दही ।।।
जाहि बिधि -------
जेकर बीबी नइहर बाडी कइसे दुख काटी।
फाटल करेजवा के कइसे बोली साटी।।
बनल बा मोबाइले सहारा वोही मे जाले बही।।।
जाहि बिधि ----------
चेहरा देखे बा त बिडियो काल करिहे।
होई ना मुलाकात उनसे घुटि घुटि मरिहे।।
मन के मनाइ कइसे रउवे कुछ कही।।।
जाहि बिधि -------
उपेन्द्र अजनबी
सेवराई भदौरा
गाजीपुर
मोबाइल -7985797683
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