नारी सम्मान-कामिनी गोलवलकर

अन्‍तराष्‍ट्रीय महिला दिवस पर विशेष


ममता स्नेह से भरी इनकी काया है

घर परिवार से जुड़ीं इनकी माया है

समाज से हक सम्मान नही पाया

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया है

 

ग्रंथो में नारी का बहुत गुणगान है 

वसुधा व् माता दोना का सम्मान है

कोख में अगर कन्या आ जाये तो

कोख मे भ्रूण हत्या ही अपमान है

 

अहिल्या तारा मन्दोदरी कुंती द्रोपदी नारी शक्ति है

इन्ही के नाम से सवेरा है चाँद अरुंधति का डेरा है

नारी ना री  में नारी हूँ सम्मान कि में अधिकारी हूँ

नारी में ही सारी सृष्टि है मैं सर्ष्टि की रचनाकारी हूँ

 

नारी सम्मान सुरक्षा ही,चिंता का विषय बन गया है

न्याय का पाठ कमजोर है अन्याय जोर बन गया है

काली दुर्गा रूप लेना है वरना जुर्म यु ही सहना  है

अपनी अस्मिता की लड़ाई,हमे साथ होकर लड़ना है

 

🎎🎎🎎🎎कामिनी गोलवलकर, ग्‍वालियर

 

05 अप्रैल 2020 को महिला उत्‍थान दिवस पर आयो‍जित
कवयित्री सम्‍मेलन, फैंशन शो व सम्‍मान समारोह में आपको 
सादर आमंत्रित करते हैं।
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