फिर बदल जायेगी- रचना

 कोरोना,  कोरोना,  कोरोना, कोरोना , 
 इतना भी हमको अब  भयभीत करोना,   
 बस थोड़ी सी सावधानी तुम जरूर बरतो, 
 इससे इतना भी तुम अब  डरोना ,,  



 दिन में कई बार सैनेटाइजर से  हाथ धोए, 
 खुद को और अपनों को इससे  बचाए,, 
 जनता कर्फ्यू को भी हमें सफल बनाना है, 
 बस पिकनिक अपने घर में ही मनाये ,, 



 बुरी घड़ी है यह भी टल जायेगी , 
 जब तेज धूप निकल जायेगी,, 
 घर से निकलो तो मास्क  पहनकर निकलो, 
 दिनचर्या  एक दिन फिर बदल जायेगी ,, 


 


      रचना वानिया 
     मेरठ, उत्तर प्रदेश, 
मोबाइल -8449835355


 




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