रंग मे रंगीन - रमेश

होली विशेष


रंग में रंगीन हुए,लाल हरा पीला लिए,
            सभी रंगोत्सव पर,मौज मनाने चले।
साथ में गुलाल लिए,हाथ में अबीर लिए,
              बसंती बयार संग,रंग उड़ाने चले।
प्रेमरस बहा कर,प्रेमियों ने स्नेह बल,
           प्रेम का पुजारी बन,यारी बनाने चले।
सुविचार मन भरा,अच्छा व्यवहार लिये,
             हुए सभी प्रेमयुक्त,गले लगाने चले॥१॥


उत्सव रंगोत्सव का,मनाकर चहुंओर,
           हृदय से सभी लोग, प्रेम को पिलाइए।
गले मिल मिल कर,हाथ में अबीर लिए,
            प्रेम के अलग रंग सभी को दिखाइए। 
द्वेष दंभ दूर हट,वैमनस्य छोड़कर,
         स्नेह भाई चारा लिए,प्रेम को सिखाइए।
दिल,दिल में मिलाये,मानव मन हर्षाये,
         मन मानवता लिए, सबको जिलाइए॥२॥


___रमेश कुमार सिंह रुद्र (माध्यमिक शिक्षक) कैमूर बिहार



 




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