सूरज पाना है-तारा

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर  विशेष


हम हैं भारत की बेटियां हमें समय व्यर्थ गवांना है 
आगे बढ़कर निज हिस्से का सूरज हमको पाना है 


हमें शिक्षा दीक्षा दो संस्कार हमारी ये फरमाइश है    


हमें प्यार सम्मान चाहिए छोटी सी ये ख़्वाहिश है 


छोड़ो कुरीतियां परंपराएं क्या कहे नया जमाना है 
आगे बढ़कर निज हिस्से का सूरज हमको पाना है 


यूं भेदभाव कर मत बांटो हमें स्त्री पुरुष समान हैं ,
हम निर्जीव कोई वस्तु नहीं हैं ज़िंदा एक इंसान हैं !


बेटे बेटी में फर्क नहीं है सभी को यह समझाना है 
आगे बढ़कर निज हिस्से का सूरज हमको पाना है 


कन्या भ्रूणहत्या करते फिर ये बेटा कहां से पाएंगे 
स्त्री को अपमानित कर देवी पूजन से क्या पाएंगे 


बने दोहरे मानदंड स्त्री हेतू कैसा ये अफ़साना है
आगे बढ़कर निज हिस्से का सूरज हमको पाना है 


पढ़े बने डाक्टर पायलट हम खिला हमसे वतन है 
जन्मदात्री हैं हमसे सृष्टि के कण कण में जीवन है


जनमानस का आंख बंद है बंद आंख खुलवाना है 
आगे बढ़कर निज हिस्से का सूरज हमको पाना है 



डा0 तारा सिंहअंशुल, गोरखपुर
 


05 अप्रैल 2020 को महिला उत्‍थान दिवस पर आयो‍जित
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