वायरस का खौफ-संगीता

जहां देश में चारों तरफ कोरोना वायरस का खौफ है और जनता भयभीत है वही वहीं इस गंभीर मामले के दौरान एक खुशी सभी के मन को हुई है की निर्भया के दोषियों को उनके किए की सजा मिल गई जा निर्भया की मां 7 सालों से अपनी बेटी के दोषियों को सजा दिलाने में पूरी हिम्मत करके लड़ रही थी आज उनकी मेहनत रंग ला गई आज निर्भया की मां के मन को और निर्भया की आत्मा को दोनों को शांति मिल गई इस सफलता के पीछे निर्भया की मां ने जो वकील नियुक्त की थी इसके मेहनत उसकी इंसानियत का बहुत बड़ा हाथ है जिसने बिना कुछ फीस लिए इंसानियत का जीता जागता सबूत दिया है उसने इस बात को साबित कर दिया कि एक नारी नारी के मन को  किस तरह समझती है इस महान वकील का नाम सीमा कुशवाहा है जिसने एक वकील होने के साथ-साथ इंसान होने का भी पूरा फर्ज अदा किया है जिससे हम सब को भी यह सीख मिलती है कि कि हमें अपने पद से पहले इंसान होने का फर्ज निभाना चाहिए 
आज कोरोना वायरस से जहां पूरी जनता भयभीत है फिर भी निर्भया के दोषियों को फांसी लगने से उन्हें कहीं ना कहीं बहुत खुशी भी मिली है क्योंकि उन्हें यह उम्मीद हुई है कि जैसे 7 साल में ही सही निर्भया को इंसाफ मिला है वैसे ही हमें कुछ दिनों में इस भयंकर बाहर देश से आए वाले कोरोनावायरस से भी मुक्ति मिल ही जाएगी पर इसके लिए भी हम सबको एक होकर लड़ना होगा
अगर हम सब अपने अपने स्वास्थ्य का स्वयं ध्यान रखेंगे तो यह वायरस ज्यादा दिनों तक हमारे बीच नहीं रह पाएगा
इसलिए कोई अन्याय हो या कोई बीमारी हमें उसका पूरी सावधानी से सामना करना चाहिए अंत में जीत सत्य की और सही की ही होती है।



जय हिंद          


 संगीता शर्मा मेरठ उत्‍तर प्रदेश


 




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