आओ बच्चों सब मिलकर लगायें
हरे- भरे पेड़ -पौधा और उपवन
अमर रहे पेड़-पौधा और उपवन
प्राणियों के लिए विश्व बने महान।
हम सदा यहीं करते रहे पुकार
उनसे लोगों को मिलते रहे प्यार
उपवन होते हैं माँ-बाप के समान
उनका रक्षा करों अब हर इंसान।
पेड़-पौधा से मिलते हैं हमें शिक्षा
हरपल करते रहेगें हम उनकी रक्षा
उपवन हैं धरती का मोती ,भूषण
सदा जन -जन का है स्वाभिमान।
पेड़ - पौधा करते हैं जगत कल्याण
उनका करना हैं मान और सम्मान
क्योंकि वे करते हैं सदा प्रदूषण दूर
शुद्ध हवा धरा से नहीं होगी कभी दूर।
अनुरंजन कुमार "अंचल"
कवि /शायर
अररिया, बिहार
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