तन्हा सफर
ना कोई हमसफ़र
अनजानों की भीड़ में
खड़े है इधर उधर
दिल में एक अरमान लिए
कोई हमें पहचान ले
दिल की आवाज
जान ले
बन जाये हमारी चाहतों
का जिगर
हो जाये जिंदगी
एक खुशनुमा सफर
मीठी खट्टी यादों का सफर
कुछ गम और ख़ुशी का सफर
अश्कों से भीगा
लबों पर खामोश सी
मुस्कराहट लिए
जिंदगी के कोरे पन्नों
पर ढूंढता ये सफर
स्मिता धीरसरिया
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