दिल ही तो है-नेहा

कहा जाता हैं इंसान प्यार में पागल हो जाता हैं ऐसा ही कुछ स्नेहा के साथ हुआ है वो जिंदगी के आज उस पड़ाव पर थी जब आदमी को किसी के साथ कि बहुत जरूरत होती है और  स्नेह के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ आज शाम का मौसम बहुत ही सुहाना था रेडिओ मैं रोमांटिक सांग आ रहे थे बस तभी दिल मे एक अजीब सी उमंग सी दौडी मोबाईल हाथ मे लिया हुआ था तभी एक फेसबुक मैं msg आया खोलकर पढ़ा तो उसमें लिखा हुआ था कि हाय क्या हम एक दूसरे को जानते है और बातो का सिलसिला सुरु हो गया बाते कब और कितनी देर चलने लगी टाइम का उसमे पता ही नही चला 18 से 20 घंटे तक बाटे होती कभी व्हाट्सएप पर तो कभी लेपटॉप पर  ओर फिर एक दिन  राज ने स्नेहा से बोल दिया विल यु मेर्री मी जैसे स्नेहा भी इसी का इंतजार कर रही थी पर परेशानी थी तो घर बालो को बताने की ओर  एक दूसरे की दूरी की क्योकि राज बहुत दूर लंदन में था और स्नेहा छोटे से शहर जयपुर से पर प्यार में दूरियां कोई मायने नही रखती क्योकि कहा जाता है कि इंसान प्यार में पागल हो जाता है यहां भी कहानी कुछ वैसी ही है पर सोचने बाली बात है कि दोनों कभी एक दूसरे से मिले भी नही हैऔर पूरी जिंदगी साथ रहने का वादा कर लिया लेकिन स्नेहा कहती है कि हमने बातो से  एक दूसरे को उतना नही जाना हो लेकि जब प्यार में होते हो तो महसूस करते है ज्यादा दिमाग नही लगाते प्यार मैं कोई समयसीमा नही होती स्नेहा ने कहा ये हम कई साल भी समय बिताने के बाद भी वो कनेक्शन नही कर सकती जो उन्हें राज के साथ कुछ ही पल में महसूस हुआ इसके बाद बात आई शादी की। दोनों ने कोटमेररिज करने का फैसला किया था राज लन्दन से जयपुर आये स्नेहा उनको एरपोर्ट रिसिव करने गयीमिलते ही दोनों गले मिले। ये लम्हा दोनों के लिए कुछ ज्यादा ही खास था दोनों ने एक दिन बाद कोटमेररिज कि ओर अपनी लाइफ को सुरु किया।आख़िर दिल ही तो है।


 


नेहा शर्मा, विदिशा



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