जाम ऑखो से अपनी-अखंड

 


जाम आँखो से अपने पिलाओ मुझे।
नींद आती नहीं तुम सुलाओ मुझे।।


जुल्फ़ तेरी उड़े तो धड़कता है दिल।
गिरे आँचल तुम्हारा मचलता है दिल।।
पास आ कर गले से लगाओ मुझे.
जाम आँखो से......


लब से लब का मिलन हो चले आओ तुम।
छोड़ मेरा  शहर मत कही जाओ तुम।।
प्यार के छाँव में अब छुपाओ मुझे।
जाम आँखो से अपने.....


है पता तुम न आओगी मेरे सनम ।
प्यार तुमको है मुझसे मेरा वहम ।।
तोड़ सपने सभी तुम जलाओ मुझे
जाम आँखो से अपने...........



अखंड गहमरी


 




एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ