मैं विदिशा परशुराम ब्राह्मण संघ की जिला सांस्कृतिक मंत्री हूं इस नाते मेरा पहला कर्तव्य संघ के समाज सेवा में हाथ बटाना भी है जो कि इस लॉक डाउन के दौरान हो रहा है भोजन वितरण आदि में संघ की सभी महिलाएं अपने अपने घरों से भोजन सूखा अनाज आदि इकट्ठा करके पहुंचाते हैं
मुझे यह समय बड़ा ही उपयोगी लग रहा है समय कब निकल जाता है पता ही नहीं पड़ता सारे कामों को अपने हाथ से ही कर रही हूं और हर काम का अलग अलग अनुभव ले रही हूं जो आगे भविष्य में काम आएगा घर पर पूरा परिवार है तो बड़ी तसल्ली भी है ऐसा कभी मौका नहीं पड़ा कि सारे लोग दिन दिन भर इकट्ठा रहें सब की क्रिया प्रतिक्रिया दिनचर्या भी देखने को मिल रही है एक दूसरे की गलतियां भी समझ में आ रही है मेरी उपलब्धि जो मैं हमेशा याद रखूंगी मेरे पास कुछ खाली जगह पड़ी थी मैंने उसका सब्जियों को उगाने के लिए उपयोग किया पहले भी करती थी मगर इतना ध्यान से नहीं अब जब से लॉक डालना है उसी दिन से ध्यान दे रही हूं उसमें मैंने पालक टमाटर सेम हरा धनिया भटे आदि उग आए हैं और मेरा गार्डनिंग का शौक पूरा हुआ है सारे गमलों को मिट्टी खाद आदि की जानकारी पति से लेकर उनको व्यवस्थित किया और खाद बनाने का तरीका भी सीखा पहले मैं ध्यान नहीं देती थी इस लॉक डाउन के दौरान मैंने यह नया काम किया और हमेशा करती रहूंगी अब आते हैं महिलाओं का महत्वपूर्ण स्थान किचिन उसको भी बहुत अच्छे तरीके से व्यवस्थित किया चिप्स पापड़ भी बन गए मैं हर महीने जो थोड़ा थोड़ा सामान बचाकर रखती थी किराने का सामान शक्कर दालें आदि वह सब लाक डाउन के दौरान बहुत काम आया क्योंकि अचानक लॉक डाउन होने के कारण मैं महीने का सामान नहीं ला पाई थी उससे समझ में आया कि बचत जरूरी रहती है परिवार में सभी को पसंद का भोजन भी खिलाया इस समय रामायण महाभारत चाणक्य आदि सीरियल टीवी पर आ रहे हैं बच्चों को भी वह दिखा रहे हैं पति और बच्चों का भी सहयोग मिल रहा है उन्हें उन्हें इनके बारे में पतिदेव समझा रहे हैं अतः मेरी उपलब्धि तो गार्डन में सब्जी उगाने की रही जो मैं आगे हमेशा कायम रखूंगी और बच्चों की दिनचर्या सुधार पाई और महामारी से संबंधित विषय पर सतर्क रहने को चेताया आखिर में यह लॉक डाउन हर किसी को हर विषय पर बहुत कुछ सिखा गया
मेरे सारे कर्मवीर योद्धाओं को मेरा दिल से शत-शत नमन।
नीता चतुर्वेदी विदिशा मध्य प्रदेश
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