पड़ोसन-सुरेंद्र

 


कुछ दिनों पहले मेरे पड़ौस में एक परिवार रहने के लिए आया. श्री निकुंज वर्मा, उनकी पत्नी सविता और दो बेटे राहुल और ईशान. वैसे तो उनका परिवार आर्थिक रूप से ठीक है लेकिन मिसेज वर्मा की आदत है कि वो कोई न कोई सामान मांगने आती रहती है. पड़ौस का काम है इसलिए मना भी नहीं किया जा सकता. लेकिन उनकी ये आदत बढ़ती जा रही थी. मैं और मेरा परिवार उनसे परेशान होने लगा था. हमसब चाहते थे कि हमारे पड़ोसियों से हमारे सम्बन्ध भी ना खराब हो और उनकी बार -बार मांगने की आदतों में भी कमी आ जाए. और इसका ईलाज मैंने कुछ ऐसे निकला कि मैंने अपने घर के सभी सदस्यों को हिदायत दी कि अब से हर रोज़ाना की जरूरत की चीजें  मिस्टर वर्मा के घर से मांगनी शुरू की जाए. जैसे दूध, शक़्कर, झंडू बाम, नेलकटर आदि. और जितना होसके पुनरावृति होती रहे जिससे उनके आने से पहले हम उनके घर हों. और मेरी हिदायतनुसार घर के सदस्यों ने ऐसा ही किया. ये सिलसिला तीन से चार दिन चलता रहा. और पाँचवे दिन वहीं हुआ जिसका हम सभी को इंतज़ार था. मिसेज सविता वर्मा मेरी पत्नी उदिति से कहने लगी "उदिति बहनजी क्या कोई भी सामान आप लोग अपने घर में नहीं रखते. मुझे लगता है सभी जरूरी चीजें आप दूसरों से ही लेकर काम चलाते हो "मेरी पत्नी ने जवाब दिया "नहीं मिसेज वर्मा ऐसा तो कुछ नहीं है. कुछ दिनों पहले हमने अपने रूम का सामान दूसरे रूम में शिफ्ट किया  तो हमारा कुछ सामान इधर-उधर रखा गया, जो कि मिला नहीं इसलिए आपसे ले लेते थे. लेकिन हम ऐसा मज़बूरी में कर रहे थे. मगर आप लोग  जबसे यहाँ रहने आए हो तभी से ऐसा कर रहे थे. हमने तो कभी आपको किसी तरह का उलाहना नहीं दिया. दरअसल जब आप बार -बार हमसे चीजें लेने आते थे तो हमको भी थोड़ा अजीब लगता था लेकिन आपने अपने आप को कभी हमारी जगह रखकर नहीं देखा. तो हम सबने आपको आपके ही तरीके से महसूस करवाने का प्लान बनाया. और देखो आप चार दिन में ही परेशान हो गयीं. "इतना कहकर उदिति चुप हो गयी और मिसेज सविता वर्मा कहने लगी "आपने सही कहा बहनजी, शायद मैं खुद से ना समझ सकी लेकिन आपने मुझे और मेरे पूरे परिवार को एक अच्छा सबक सिखाया है. मुझे समझ आ गया है कि जितना हो सके कम से कम कोई चीज दूसरों से मांगनी चाहिए और  बहुत अधिक जरूरत होने पर ही किसी दूसरे के सामने हाथ फैलाना चाहिए. "
जब मेरी पत्नी ने मुझे ये सब बताया तो मैंने भी सुकून लिया कि चलो हमारे एक प्रयास से मिस्टर निकुंज वर्मा के परिवार को बेहतर इंसान बनने में मदद मिलेगी. 


 


सुरेन्द्र सैनी बवानीवाल "उड़ता "
713/16, छावनी झज्जर (हरियाणा )


 



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