पुस्तक ज्ञान का प्रतीक-अंकिता

पुस्‍तक दिवस पर विशेष


पुस्तकें, देती अपार सद्भाव ज्ञान।
प्रेरित पथ दिखाये हमें 
 दिलाये मान-सम्मान


अलंकृत हो जाते भावनाओं 
के फुल, शब्द-शब्द में 
सृजनात्मक प्रफुल्ल
शोभित शबदाधार कठिन पथ पर 
अग्रसर हो करती हमें इक समान।


मानव विश्व का 
शिक्षा सम्मान लेते 
सदाचार संवेदनि,संवाद 
देती पुस्तक ज्ञान


ईष्र्या, लोभ को हटाती 
कबीर के दोहो को दुहराती
अनुभव, अनुभूति के 
सागर मे गोता लगाती 
पुस्तकें प्यार 
और दुलार को समझाती।


प्रेम सदा करता हृदय 
जीवन रस संचार
मावन -माशव मे पले 
जीव -जीव से प्यार
किताबों के पन्नों पर 
मुहब्बत के आयाम
लिखे ,धरती आकाश 
जगत,के पहचान लिखे है ,
पुस्तक की ज्ञान नेत्र खुलते 
हृदय मे प्रेम रस प्रवाहित होते।


इतिहास, इतिहासकार
गाथाओं की लेखनी छिपे 
 मिलते प्रमाण।
ग्रथों की नींव मिले पुस्तकों मे 
नई पहेली पुस्तकें,
सामाधान ,सामाजिक हल  
मिले पुस्तकों मे ।


पुस्तकों से मन की 
पीडा़ होती आसान 
धन,लक्ष्मी,वैभव, 
सुख,खुशियां संपदा
लाभ, हसरतें प्रबल यश
मान,सम्मान।
मुक रह खोले पथनिर्मान।


गुरु ज्ञान है, सरस्वती का निवास
महालक्ष्मी  भैवव की कृपा, सदा 
देवों का इतिहास।
सुख की इनमें  आँग छाँव है, 
दुख की नीले  इनमें धूप।
सार जगत के इनमें समावेश हो
पुस्तक मानव की संवेदना हो 
उजियारा फैले चारो ओर 
पुस्तकों की सैद्धांतिक ज्ञान से 
जग सैदव उज्जवल हो 


अंकिता सिन्हा कवयित्री
जमशेदपुर झारखंड


विज्ञापन-:अभिनय/माडलिंग, स्टील/वीडियो
फोटोग्राफी व एडिटिंग, डिजिटल विज्ञापन व
स्क्रीन प्रिंटिंग के लाकउाउन में अलग अलग
प्रशिक्षण दिये जा रहे हैं। विशेष जानकारी एवं
माडलिंग व शार्टफिल्‍मों के अभिनय के लिए
भी संम्‍पर्क करें। 9451647845 या 7068990410


 



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ