उत्‍सव मस्‍ती का-अमिता मराठे

एक दिन आपका में अमिता मराठे की कविता 

फाग उत्सव मस्ती का
मन के गुमान भूलाने का
होली उत्सव प्रेम का
भिन्न रंगो की शान का
नया संदेश देने का
प्रीत की रीत निभाने का
फाग उत्सव प्रेम का

पालक चुकंदर अंगूर का
बना ये चटक रंग का
लाल अबिर गुलाल का
मस्ती से होली मनाने का
फाग उत्सव प्रेम का

बीति को भूलाने का
सब रंग पक्के करने का
निर्मलता से मिलने का
स्नेह से नैन मिलाने का
फाग उत्सव मस्ती का

गीत संगीत ताल का
केसरिया रंग खेल का
भाव विभोर हो जाने का
खुशी से थिरकने का
फाग उत्सव मस्ती का
प्रकृति प्रेम जताने का
विकारो को जलाने का
मन से पावन होने का
रंग-बिरंगे बन जाने का
फाग उत्सव प्रेम का
मन के गुमान भूलानेका


अमिता मराठे
इन्दौर


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ