वतन-अजनबी

प्यारा मेरा वतन है, जग में सबसे न्यारा।
जग में सबसे न्यारा मेरा भारत देश महान।
   लहू देकर बचाया होगा मेरे देश के वीर जवान।।


सीने पर गोली वो खाकर मरे
आगे बढ़ते गए ना किसी से डरे।
   बड़े वीर जवान रुकें ना
 कदम
   जय हिंद का नारा गूजे हरदम।
दुश्मन से देश बचाने में वीरों ने जान गवाया ।
जो ठाना था मन में, वो सब  करके दिखला।
   इस झंडे के पीछे कितनी वीर हुए कुर्बान --लहु देके ----


सरदार भगत सिंह फांसी पर झूले।
आजाद गुरु को हम कैसे भूले।
   सुखदेव सुभाष संगे बिस्मिल।
   अंग्रेजी हुकूमत गया सब हील।
गोरो को मार भगाया ,शांति का बिगुल बजाया।
   मेरे वीर जवानों ने रखा अपनी देश की आन।।  लहु देके ---


अब जाग गया है हिंदुस्तान।
अब मान तू जा ए पाकिस्तान।
   ऐ इमरान खान सुधर जाओ।
   आतंक ना देश में फैलाओ।
क्या भूल गया वो रातें दुश्मन को मार गिराये।
जो सोचा था हमने वो करके हम दिखलाएं।
  करता नमन है ,तुम्हे 'अजनबी' गाता हैं गुड़गांन ।  लहु देके ---



           उपेन्द्र अजनबी 
             सेवराई गाजीपुर 
           मो - 7985797683


 



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ