वतन-इंदुरानी

ए देश के वीर शहीदों हाथ जोड़ कर तुम्हे नमन
तुम्हे समर्पित हर गुलाब हो औ माथे रोली चंदन


व्याकुलता संग कौतूहलता मिल छाई रहती चित पर
शौर्य गाथा के आगे तेरे कर जोड़ तुमको वन्दन


मान मिला तुझसे भारत को तू ही शान तिरंगे की
हाल तेरा अब देख देख कर खुद भारत करता क्रंदन 


तुझसे जन्म हैं लेती खुशियां और सुरक्षा हम पाते
तू ही ताकत धमनियों की तू ही देश की है धड़कन


 


इन्दु,अमरोहा



 



इन्दु,अमरोहा


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