वतन-ज्‍योति

रहे जीवन सबका ,ऐसा उपाय किजै।।                      
बने सहारा किसी का,बुराई से किनारा किजै ।।                      
जीवन आये किसी के काम ,ऐसा मन विचारा किजै।।    
जब तक साँसो की माला चलै,तब तक  मानना ना हार किजै ।।
हिल मिल कर रहे रात दिन ,मनाए जैसे कोई त्योहार ।।
कठिन समय आये तो,मानना ना कोई हार।।
काली राते बीतेंगी,नया सवेरा आयेगा।।
रहे सबका जीवन ,ऐसा है विश्वाश ।


ज्‍योति रतन लखनऊ



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