फोटोग्राफी-रीता

फोटोग्राफी एक कला है, हाॅबी  है । हरेक इंसान  फोटोग्राफी में इतना निपुण नहीं होता लेकिन किसी-किसी  का कैमरे पर हाथ इतना साफ होता है कि एकदम हुबहू  आॅरिज़नल फोटो  कैमरे  में उतारकर लोगों  तक पहुँचा  देता है ।
फोटोग्राफी  का कमाल ऐसा है कि बदसूरत इंसान  को भी अपनी  बढ़िया  फोटोग्राफी से खूबसूरत  चित्र खींच लेता है। पहले के समय में फोटोग्राफी सबके लिए  आसान  नहीं होता था पर आजकल हरेक हाथ में मोबाइल के जरिये कैमरा आ गया है और बच्चे  भी खूबसूरत  फोटो  खींच लेते है। फोटो सुंदर आए ये कैमरा किस कंपनी और कौनसा  माॅडल है? इस पर भी निर्भर करता है। 
ज्यादातर फोटो  मोबाइल  से खीचकर काम में लाए जा सकते हैं कुछ जगह पर कैमरे में रील डालकर  पेपर की फोटो  आवश्यक होती है जैसे इम्तहान या इंटरव्यू फार्म में और शादी या जन्मदिन की एल्बम। आजकल फोटोग्राफी  का चलन इतना बढ़ गया है कि लोग  कैमरा साथ में रखकर किसी भी स्थान पर ले जाते है और फोटोग्राफी  से उस जगह की फोटो  कैमरे  से खींचकर  कैद कर लेते हैं फोटोग्राफी के माध्यम  से हम अपने बचपन का फोटो  और हरेक जन्मदिन  पर हर साल फोटो  खींचकर अपनी यादों को संजोकर  रख सकते हैं और अपने दोस्तों  और रिश्तेदारों  के साथ शेयर कर सकते है। फोटोग्राफी से हम अपनी शादी ,सालगिरह की याद जब मर्जी ताजा कर सकते हैं। 
फोटोग्राफी से शार्ट फिल्म , सीरियल और बड़े परदे पर पिक्चर  बनाई जाती है। किसी कार्यक्रम  की अद्भुत फोटोग्राफी से खूबसूरती कईं गुना बढ़ जाती है। जब हम किसी  गाँव-शहर या देश-विदेश.घूमने या बिज़नैस  के सिलसिले  में जाते हैं तो हम उस जगह के फोटो खींचकर सेव  कर लेते हैं और फोटो  के माध्यन  से स्मृतियां ताज  कर लेते हैं। पुराने जमाने की उस समय की जब हम पैदा भी नहीं हुए होंगे की फोटो  व फिल्में  या कोई  भी फोटो  हो देखकर मन प्रसन्न कर लेते हैं और जानकारी पाकर अपनी  नाॅलेज को बढ़ लेते हैं।



धन्यवाद  
रीता जयहिन्द हाथरस



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ