हिंदी का अध्‍यापक-अजनबी


अजब गजब है ज्ञानी प्राणी 
   संसार मे ऐसे टीचर जी ।
रोब क्लास मे ऐसे झाड़ते 
  जैसे होम मिनिस्टर जी ।।


सुन आवाज के डरते बच्चे 
   जपते प्रभु का नाम ।
देख मुड मास्टर साहब का 
    भूल जाते हर काम ।।


जान न पाते बच्चे कुछ भी 
    सो जल्दी जल्दी याद करो 
कहते सर जी अगर ना आते 
   ईश्वर पर विश्वास करो ।।


डंडे और डांट मेल का 
   नाम पता है, गुरुजी ।
जैसे ही वो क्लास मे आते
करते बच्चे प्रणाम गुरु जी ।।


गुडमार्निग सर बोले हम
    मैम नही है किसी से कम।
कई बार दे जाती सबको
    ऐसी मैम इमोशनली जख्म।। 


खुशी खुशी से मैडम जी
     करे क्लास मे मोबाइल प्रयोग ।
कुर्सी पर बैठी मैम जो
      समय का करती है दुरूपयोग ।।


बच्चे बैठ कर क्लास मे
   करते रहते उच्चारण ।
स्वेटर बिनते बात है करती
    क्या मैडम जी करे निवारण।।


बोलिए तो मैडम, सर जी
     अब ऐसै कैसे होगा न्याय।
क्या डालने पडेगे शिक्षा के अब
     अच्छे - अच्छे नये उपाय।।


गुरु जी मेरे ज्ञान की सरिता 
    भर दे गागर मे सागर।
जरा सोचिए तुम भी 'अजनबी 
     किसको मै अब करू उजागर ।।


उपेंद्र अजनबी 
सेवराई गाजीपुर उ प्र 
मो - 7985797683


 



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