आज फूल खिल रहे
मस्ती में हिल रहे
झूम- झूम गा रहे
आ रहे हैं मनमीत?
कंगना खनक रहा
बिंदिया चमक रही
पायल थिरक रही
आ रहे हैं मनमीत?
पवन ताल दे रही
नदियां संगीत देरही
लहरें मस्त गा रही
सच आरहे मनमीत?
शाम रंगीन हो गई
तन्हाई दूर हो गई
मन अकेला हंसरहा
आज आरहे मनमीत?
आशा जाकड़
9754969496
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