मेरे शादी के बीस वर्ष हो गये। लेकिन हमारी पहली लड़ाई कुछ कुछ याद है जो मैं आपको बताना चाहूंगा।मेरी शादी के तीन दिन हुआ था । मेरी बीवी के साथ में उसका छोटा भाई भी आया था । उम्र लगभग चौदह वर्ष का होगा । मैं अपने साले के साथ अपने द्वार पर सोने चला गया। मैं अपने घर में नहीं सो पाया मेरा द्वार घर के आमने-सामने है । मैं वहीं छत पर अपने साले के साथ सोने लगा। कुछ रात गया तो वह हमें आवाज देने लगी यानी मेरी पत्नी वह बोली आइए ना आइए ना हमें बहुत डर लग रहा है । मै अकेले नहीं सो पाऊंगी जल्दी से आइए मैं सो गया था। आवाज हमारे साले साहब सुन रहे थे। जो अभी तक जगे थे।
साले साहब हमें जगाने लगे जीजा जी आप को दीदी बुला रही हैं ।मै अचानक जगा हमें बहुत गुस्सा आया मैंने बोला क्या बात है क्यों दीदी बुला रही है । साले साहब बोले- हमें क्या पता जाइए न सुन लीजिए क्या बात है । ठीक है थोड़ी देर में चला जाऊंगा । फिर हमे नींद लग गई। फिर कुछ देर के बाद बुलाने लगी सभी अगल-बगल के लोग सुनने लगे हमें बहुत गुस्सा आया । हम घर पर गए और अपनी पत्नी पर बरस पड़े। क्या तुम्हे लोकलाज की डर नहीं है ।तुम बार-बार हमें बुला रही हो शर्म नहीं आती । क्या बात है बोलो क्यों बुला रही थी। मैं उसे बहुत डांटा वह कुछ बोली नही चुपचाप सुनती रही। थोडी देर के बाद बोली-हमें बहुत डर लग रहा था ।इसलिए बुला रही थी । हम आपके बिना नहीं सो सकते।हमने कहा देखो हमें ये सब पसंद नहीं जैसा तुम चाहो हम करते रहे। आइंदा ऐसी हरकत कभी मत करना।वह बोली - जब साथ में नहीं रहना है तो हम से शादी क्यों की हम आपको कभी दुसरी जगह सोने नहीं देंगे आप हमारे साथ में ही रहेगे मैं आपके बिना नहीं रह सकती।मैंने कहा - बहुत तुम्हारा जबान चलने लगा है । तुम अपनी औकात में रहो इतना हमें गुस्सा आ रहा था कि मन किया किया कि दो थापर जड दे । लेकिन मैं ऐसा नहीं कर पाया मैं गुस्से में था। मै चला गया और जाकर सो गया।
जब हम सुबह घर गए तो पता चला कि रात भर रोती रही।उस दिन हमें बहुत डांट पड़ी। उसी दिन से अब कहीं नहीं सोता बस अपनी बीवी के पास ही रहता हूं । वैसे बीवी हमें बहुत प्यार करती हैं। मै भी करता हूं ।वैसे तो थोड़ा बहुत झगड़ा तो होती रहती है। जिंदगी है उतार चढ़ाव तो आता ही रहता है। लोग कहते हैं जब तक प्यार में तकरार नहीं होती मजा नहीं आता। कुछ दिन की रूसा फुली बहुत मजा देता है। और दो-चार दिन के बाद अच्छा लगता है। ऐसे ही पति-पत्नी की जिंदगी झगड़ा लड़ाई मे ही कट जाती है।यह तो एक प्यार का कडूआ सत्य है ।जो हम सभी के जिंदगी में आता रहता है।
उपेन्द्र अजनबी
सेवराई गाजीपुर उ प्र
7985797683
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