देश में चारों ओर कोरोना ने भयावह रूप धारण कर लिया है और पिछले दो दिन से छोटू के दादाजी को हल्का बुखार हो रहा था और लगातार खांसी चल रही थी। घर वालो ने बिना किसी जांच पड़ताल के उनसे ऐसे दूरी बना ली कि जैसे उन्हें कोरोना ही हो गया है। वो सबको बोल बोल कर थक चुके थे कि तुम सबको वहम हुआ है, उन्हें कोई बीमारी नहीं हुई है। क्योंकि दादाजी को पता था कि खांसी बुखार की वजह क्या है, जब उन्हें दो दिन पहले छोटू ने सबसे छुपकर घर में बनी आइसक्रीम खिला दी थी,क्योंकि सब मजे से आइसक्रीम का लुत्फ उठा रहे थे और दादाजी को किसी ने नहीं खिलाई थी,तो छोटू को ये अच्छा नहीं लगा और छुपकर वो अपने हिस्से की आधी आइसक्रीम उनको खिला आया था, पर दादाजी ने ये बात किसी को नहीं बताई,क्योंकि इस वजह से उनके पोते को सबसे डांट सुनने को मिल सकती थी ।
आज तीन दिन हो चुके थे, कोई भी दादाजी से बात नहीं कर रहा था,तभी पड़ोसियों में से किसी ने शिकायत कर दी और दादाजी की कोरोना जांच हुई और वो नेगेटिव निकली।उन्हें वापस जब घर लाया गया तो दादाजी हंसते हुए बोले मैंने कहा था ना वहम की कोई दवा नहीं होती और घर के सभी सदस्य निगाहें झुकाए खड़े थे और दोनों दादा पोते मुस्करा कर इशारों में कुछ बाते कर रहे थे।
प्रियंका गौड़
राजस्थान जयपुर
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