रक्षाबंधन गीत -उपेन्‍द्र अजनबी


रखिया बांधिलाऽ भईया, लजिया बचइहऽ।
छोटकी बहिनिया के, कबोऽ ना भुलइहऽ।।


तीलक लगाईऽ बहना, कहली अपना भाई से।
हमके ना बिसरिहऽ भइया, कहलऽ भउजाई के।
माई जइसे कहलेऽ रही ओसही तू करिहऽ,।।
    छोटकी बहिनिया के------


रखिया बधाई भइया, मांगीला बचनियाऽ।
दिहऽ तू आशीष हमके, जुटे ना चरनिया।।
    हाथ जोड़ी कहेऽ  बहना, कबो ना रोअइहऽ।
     छोटकी बहिनिया के------


माई बाबू साथ छोड़लेऽ, तू जनि छोडिहऽ।
केहू के सिखावलऽ भइया, तू जनि सिखिहऽ।
     भाई बहिन के नाताऽ, एके तू निभईहऽ।
     छोटकी बहिनिया के--------


जइसे  उ  चमकेलाऽ, दीया ‌बीच बाती।
ओसही ‌चमकीह‌ भइया, तु हूं दिन राती।।
     कहे अजनबी॑॑‌ हमरो, डोलियां सजइहऽ।
     छोटकी बहिनिया के-----
     रखिया बाधिला भइया-----
 
उपेन्द्र अजनबी
सेवराई गाजीपुर उत्तर प्रदेश
7985797683


 



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