इस बार का यह सावन मुझे किसी की याद दिलाता है किसी के साथ होने का एहसास कराता है हर पल उसकी याद दिल में रहती है मन तो उसके प्यार में बावला है सुबह शाम आंखों में उसका चेहरा बसता है बातों में भी उसका जिक्र झलकता है जैसे वह हर पल साथ होता है पर यह मौसम इस दिल में जिसका प्यार जगाता है वह प्यार तो होता है पर वह सनम नहीं होता है अब हम क्या करें रुसवा किसको करें अपने सनम को या ये सावन को ये भी तो साल में एक बार आता है और अपनी याद में साल भर अपने प्यार को तड़पाता है। जानते हु कि कोई किसी का नहीं होता जब जन्म देने वाले मां बाप भी ताउम्र साथ नहीं रहते हम उम्मीद ये करते हैं हम दुआ ये करते हैं हम आरजू ये करते हैं उस खुदा से कि कोई एक शख्स ऐसा मिल जाए जो थाम ले हाथ मेरा और सारी जिंदगी बस उसी के नाम हो जाए प्यार करे मुझे इतना कि मेरी हर एक सांस उसके नाम हो जाए बसाए वह अपने दिल में मुझे कुछ ऐसे दिल धड़के उसका धड़कन में बन जाऊं।
नेहा शर्मा विदिशा मध्यप्रदेश
फोटो पर क्लिक कर साहित्य सरोज चैनल का सस्क्राइवर कर हमारा सहयोग करें।
0 टिप्पणियाँ