दिल में हिन्दोस्तान-रमा प्रवीर वर्मा


 


दिल में हिन्दोस्तान रहने दो
इस तिरंगे की शान रहने दो
..
जिंदगी को समझने की खातिर
दिल में गीता का ज्ञान रहने दो
..
कुछ तो अम्नो अमां रहे कायम
नफरतों के बयान रहने दो
..
तल्खियां बातों में नहीं अच्छी
अपनी शीरी जुबान रहने दो
..
मिट गए हैं जो देश की खातिर
उन शहीदों का मान रहने दो
..
तोड़ कर अब दीवार नफरत की
सबको ही इक समान रहने दो
..
रमा प्रवीर वर्मा
नागपुर , महाराष्ट्र


 



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