दु:ख कहा नहीं जाता-आलोक प्रेमी

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जो दु:ख कहा नहीं जाता है, 
वो दुःख सहा नहीं जाता है!


कुछ  किस्सा ऐसा होता है,
सबसे कहा नहीं जाता है!


उससे आखिर कैसे कह दें,
तुम बिन रहा नहीं जाता है!


प्यार नहीं आता है उनकों,
हमसे लड़ा नहीं जाता है!


जो मैसेज दूरी पैदा कर दे,
उसको पढ़ा नहीं जाता है!


शीशे का चौखट बनाकर , 
पत्थर माढा नहीं जाता!


आलोक प्रेमी,बॉंका



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