ग़ज़ल -अजनबी



रचना का सिंगार गजल है।
मन गंगा की धार गजल है।।


आशा का उजियार गजल है।
बिरहा के चितकार गजल है।।


जिंदगी के व्यापार गजल है ।
सुख दुख का संसार गजल है।।


नाजो नखरा का दुलार गजल है।
सावन भादो कुआर गजल है।।


प्रेमी प्रेमिका के तकरार गजल है। 
पुरवा का  ये बयार गजल है ।।


नैनो का ये कटार गजल है
एक दूसरा से प्यार गजल है।।


हर मौसम का बहार गजल है।
हंसते रहते परिवार गजल है।।


डोली और कहार गजल है।
अजनबी‌. का अवतार गजल है।।


उपेंद्र अजनबी 
गाजीपुर उत्तर प्रदेश
7985 79 76 83



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