कविता -कुमार अंचल

 


हिंदी है राष्ट्रीय गीत और गान का सम्मान,
इन भाषा का प्रयोग करते हैं सदा इंसान।
हम सभी  देशवासियों  की हिंदी जान है,
इन भाषा की रक्षा करने में सब कुर्बान है।


हर देश और राज्य में सब बोलते हैं हिन्दी,
हर जगह और घर में सब लिखते हैं हिन्दी 
राष्ट्रीय पर्व में सब लगाते हैं हिंदी में नारा,
हिंदी भाषा जन - जन को लगते हैं न्यारा।


सोने वक़्त शुभरात्रि सब बोलते हैं हिंदी में,
जगने वक़्त सुप्रभात सब बोलते हैं हिंदी में।
गीत,कविता, शायरी से पहचान है हिंदी में,
मेरे देशवासियों और हमें गुमान है हिंदी में।


भारतवर्ष में संस्कृति की पहचान है हिंदी,
भारतवर्ष में राष्ट्र की जान - मान है हिंदी।
हिंदी हिंदी हिंदी सब काम करते हैं  हिंदी,
पढ़ाई-लिखाई में विषय सब रखते हैं हिंदी।




    कुमार "अंचल"
   अररिया,बिहार
   7488139688



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