शिक्षक दिवस पर अपील-भोपाल

अपील
प्रिय साथी,
शिक्षक दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
मित्रो! 
हम सभी लंबे समय से प्रतिवर्ष राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर विशेष आयोजन के माध्यम से शिक्षकों को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से  सम्मानित करने का कार्यक्रम करते रहे हैं।  सब जानते हैं कि आज शिक्षकों के प्रति समाज और सरकार में क्या भावनाएं प्रकट हो रही हैं।
शिक्षकों की सेवाओं की सार्थकता के आकलन का वास्तविक अधिकार उनके द्वारा शिक्षित किए गए छात्रों को है। विशेषकर प्राइमरी स्कूल में पढ़ाई करने वाले शिक्षकों की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि वे नींव के पत्थर जैसे हैं।
 इस वर्ष हम सभी अपने अपने स्कूल के शिक्षकों को स्मरण करते हुए उनके प्रति कृतज्ता ज्ञापित करेंगे। अपने प्राथमिक स्तर के शिक्षकों को याद करने का सीधा अर्थ है अपनी जड़ों की ओर अग्रसर होना। भारतीय आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परंपरा भी यही कहती है कि हम अपने गुरु के प्रति श्रृद्धावनत हों ।
आप सभी  से विनम्र अनुरोध है कि आप अपने स्कूल के शिक्षकों की याद करते हुए, उनको प्रणाम करें , उनसे मिलने और बातचीत करने की कोशिश करें, संभव हो तो उनके साथ कुछ समय गुजारें और उनकी बातों को ध्यान से सुनें,समझें। कुछ भी संभव न हो पाए तो अपने स्कूल और शिक्षकों की अनुभूतियों को यथास्थिति दर्ज करें।यही हमारी अपने शिक्षक को सम्मान देने की प्रतिपूर्ति होगी ।
हमारे इस अभियान में सबको साथ लाने की जरूरत है। चाहे मुख्यमंत्री जी हा या शिक्षा मंत्री,सभी  मंत्रीगण,  सांसद महोदय , शासन के सभी अधिकारी, व्यापारी, कर्मचारी, पुलिस,किसान , मजदूर,अभिभावक ,शिक्षक और बच्चे सबकी सहभागिता संभव है क्योंकि सबने स्कूल में पढ़ाई की है कृपया 5  सितम्बर को कुछ समय अपने शिक्षक के लिए निकालिए और उनको सम्मान दीजिए। यही सबसे प्रार्थना है।
सनेहकांक्षी
डा0 प्रभात पाण्‍डेय भोपाल



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