हमारे देश मे क्या पूरी दुनिया मे ही महिलाओं को उपभोग करने का सामान ही समझा जाता है. दिमाग में औरत को प्रति ये जो नज़रिया है, वो ही गलत है. जहां तक बलत्कार की बात है तो अगर मौका मिल जाए तो समाज का हर दूसरा या तीसरा व्यक्ति बलात्कारी निकलेगा.हमारा समाज सिखाता है कि पुरुष ताकतवर होते हैं और वे महिलाओं से श्रेष्ठ होते हैं. वे कुछ भी कर सकते हैं. श्रेष्ठ होने का ये मिथक लोगों के भीतर स्थापित है और वे ऐसा करके संतुष्ट महसूस करते हैं। हमारा समाज सिखाता है कि पुरुष ताकतवर होते हैं और वे महिलाओं से श्रेष्ठ होते हैं. वे कुछ भी कर सकते हैं. श्रेष्ठ होने का ये मिथक लोगों के भीतर स्थापित है और वे ऐसा करके संतुष्ट महसूस करते हैं ।
कुछ लोग महिलाओं के पहनावे को दोषी बताते हैं,कुछ लोग लडकियों का देर रात तक घर से बाहर रहना इसका कारण बताते है, किन्तु ये कोई ठोस कारण नही है।पुरुष की घृणित मानसिकता एवं अन्तर जाल की दुनिया मे यौन स्थल का प्रतिबंधित ना होना ही इसका मुख्य कारण है। हमारे देश मे बलात्कारियों को सजा देने के जो नियम है ,उसमे किसी भी महिला के साथ बलात्कार करने के आरोपी पर धारा 376 के तहत मुकदमा चलाया जाता है। जिसमें अपराध सिद्ध होने की दशा में दोषी को कम से कम पांच साल व अधिकतम 10 साल तक कड़ी सजा दिए जाने का प्रावधान है।वर्तमान मे : 12 साल से कम उम्र की बच्चियों से बलात्कार के मामलों में दोषी ठहराए गए व्यक्तियों को मृत्युदंड सहित सख्त सजा देने संबंधी अध्यादेश को रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंजूरी दे दी है। बलत्कार के सभी मामलों पर सुनवाई की सीमा दो माह निर्धारित की गई है। अदालत के अनुसार सजा हमे मंजूर नही है।
हम महिलाएं इतने से संतुष्ट नही है और देशों के समान जैसे सऊदी अरब मे अगर कोई भी शख्स रेप का दोषी पाया जाता है तो अपराधी को फांसी पर टांगने, सिर कलम करने के साथ-साथ उसके यौनांगों को काटने की सजा सुनाई जा सकती है। इराक मे पत्थर मार मार कर उसके प्राण ले लिए जाते हैं।पोलैंड में बलात्कार के आरोपी को सुअरों से कटवाया जाता है। हालांकि अब एक नया कानून आ चुका है जिसमें आरोपी को नपुंसक बना दिया जाता है। इंडोनेशिया में बलात्कार करने वालों की भी अलग ही सजा है। यहां बलात्कार के आरोपियों को नपुंसक बनाने के साथ ही साथ उनमें महिलाओं के हॉर्मोन्स डाल दिए जाते हैं।चीन मे आरोप की पुष्टि के उपरांत तुरत फाँसी दे दी जाती है। यदि ऐसा कोई कानून हमारे देश मे होता तो अदालत की सजा हमें मंजूर हो भी सकती थी मेरी तो इच्छा है इंडोनेशिया की सजा तथा इराक की सजा जैसे बलात्कारी को तुरंत दंडित करना चाहिए,जिससे वो अपने बचाव का रस्था ही ना ढूँढ पाए।यदि मेडिकल जांच मे पुष्टि हो जाये तो तुरंत ऐसी ही कोई कार्यवाही अमल मे लाना चाहिए।
लता सगुण खरे
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