वर्ष-3 अंक -1 जनवरी 2021 से मार्च 2021
ॠतु बसंत के आगमन, शोभा खिले अनंत!
सरसों खेती फूलते, पेंड़ों -पतझड़ अंत!! 1!!
आमों बौरें आ गई, बहे सुगंध बयार!
हरियाली बन छा गई, शोभा सुन्दर यार!! 2!!
भौंरा गाते- गीत हैं, कोयल कुहुके तान!
बन में नाचे मोर भी, मारे पुहपी मान!! 3!!
जीव खुशी हों प्राण सब, जिसका ना हो अंत!
सभी जुबां पर गान है, आया ॠतू बसंत!! 4!!
ॠतु मस्तानी आ गई, निखरे बदनों रंग!
सब पक्षी मानव कहें, ठंडी भागी अंग!! 5!!
चिडि़यां- चहकें यार सब, कोयल गाती -गान!
हंँसतें सूरज किरण हैं, है बसंत पहचान!! 6!!
अमरनाथ सोनी "अमर"
ग्राम- सहजी, पोष्ट-सोनवर्षा,
जिला- सीधी (म.प्र.)
फोटो.नं9302340662
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