अकेला हूं-विजयेन्‍द्र मोहन

वर्ष 3 अंक 1 जनवरी से मार्च 2021
 
आप इतना बुजुर्ग हैं इसके बाद भी आपने घर से चोरों को कैसे भगाया? मैंने हंसते हुए कहा ऐसे हुआ कि मैं नीचे हॉल में सोया था। चोर खिड़की से घर में उसे उन्होंने मुझे लात मार कर उठाया। मैं उठी, लेकिन हडबड़ाया नहीं। चोरों ने पूछा ,माल कहां रखा है?
मैंने बिना देर किए तुरंत कहा सभी पैसा, जेवर लेकर खेत में बने फार्म हाउस में रहने गए हैं बेटा।मैं घर में अकेला हूं।और हां, जाते समय साबुन से हाथ धो कर जाना कोरोना वायरस कारण मुझे यहां पर क्वांरटाइन किया गया है।
यह सुनकर चारों चोर हाथ धोकर धीरे से चला गया।

विजयेन्द्र मोहन।

 

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