उम्मीद का बक्सा-मीना

वर्ष-:3 अंक -: 1 जनवरी 2021 से मार्च 2021

विज्ञापन एस एस बिजनेश हब अपनी वेबसीरीज एवं विज्ञापन की SS Film & Modeling HuB  प्राइवेट लिमिटेड कम्‍पनी की स्‍थापना *महिला उत्थान दिवस 02 अप्रैल 2021 को करने जा रहा है।  यह कम्‍पनी अपने मनोरंजक, ऐतिहासिक, लाइफ स्टाईल एवं देश-दर्शन पर आधारित  बेवसीरिज ,डाकुमेंन्‍ट्री ,विज्ञापन फिल्‍म एवं शार्ट फिल्‍मों के लिए पुरूष एवं महिला कलाकारों का चयन करने जा रहा है *प्रथम चरण में महिला कलाकारों एवं माडलो का चयन होगा।   चयनित को सुवधिाओं के साथ साथ परिश्रमिक भी दिया जायेगा। *जिन महिलाओं को इनमें रूची हो  7068990410 पर वाटस्‍एप मैसेज करें।

अंतरराष्ट्रीय नारी दिवस पर मेहनतकश महिलाओं को समर्पित

वो समय मुट्ठी में बाँधती है
वो पैर सिर पर रख भागती है,
जब सोया होता है सूर्य भी,
वो किरणों से पहले जागती है,
धरती पर पाँव जब धरती है
वो तरह-तरह से सँवरती है,
कानों में झुमके पीतल वाले
पाँव में पायल गिल्ट की
छन छन छनकती है
काँच की चूड़ी हाथों में
लगातार खनकती है
बालों की कालिख में छिपता
लाल सिंदूर गोल बिन्दी को छूता
पतली लकड़ी जैसी कमर पे
 बड़े फूलों की साड़ी
ब्लाउज खुद को गीले बालों में भिगोता
 कँधे पर बंधा सोया बच्चा
लगता उसको साथी सच्चा
चली जा रही मेड़ों पर से
पीले फूलों के खेतों में
निशां मिट्टी पर लाल छपे से
छिला है पाँव शायद उसका
चेहरे पर कोई आह नहीं
उसकी कोई आसान राह नहीं
उसकी मेहनत को कभी किसी ने
किसी भी रूप में सराहा नहीं
कड़ी धूप में वो लौटेगी
ले‌ कँधों पर बंधा बच्चा
सिर पर गट्ठर लकड़ी का
 एक हाथ में खेतों का हरा साग
दूसरी मुट्ठी में बंद बक्सा उम्मीदों का।।

मीना अरोड़ा


 

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1 टिप्पणियाँ

Sanjiv Nigam ने कहा…
बहुत सार्थक रचना बधाई।