,
ख्वाब प्रेम के बुनता कौन,
दुख- सुख का अहसास ना होता ,
संवेदनाएं तो हो जाती है मौन।
प्यारा सा यह दिल ही है,
जो हर दिल में धड़कता है,
प्रेम के बीज बोकर वह,
काव्य छंद लिख देता है ।
कभी अकेले में हंसता है ,
तस्वीरों से बातें करता है ,
बिना कहे ही सब सुन लेता,
दिल का भेद बता देता है ।
अगर दिल ना होता तो ,
कोई बात बुरी नहीं लगती,
न ही कोई खुशियां मनाता,
न ही ग़म में कभी आंखें रोती।
दिल कभी बच्चा बन शरारत करता,
कभी जवानी के जोश में बहकता है,
नैनों से बातें दिल तक पहुंच जाती
यह तो हरदम ही नखरे करता है ।
कमबख्त दिल का होता तो
रिश्तों में मिठास ना होता,
दिल में अपनापन ना होता ,
जीवन में विश्वास भी न होता ।
श्रीमती शोभा रानी तिवारी
श्रीमती शोभा रानी तिवारी
619अक्षत अपार्टमेंट खातीवाला टैंक इन्दौर
म.प्र. मोबाइल 8989409210
0 टिप्पणियाँ