पुराना दर्द - रेनुका सिंह

क्या भूले क्या याद करे । अफगानिस्तान का हर्ष देख कर पुराना मंज़र आँख के सामने आ गया ।  क्या स्थिति रही होगी मुगल काल मे महिलाओं की । आज अफगानिस्तान को देख कर कलेजा कांप उठता है ।छोटी छोटी लड़कियों की बोली लगाई जा रही है । सामने सामने देखते ही गोली मार दी जा रही है उफ क्या ख़ौफ़नाक नज़ारा है ।आज समझ में आ रहा है क्यों बाल विवाह होते थे क्यों सती प्रथा शुरू हुई बाल विवाह ज़रूर बच्चियों को बचाने का एक तरीका रहा होगा और सती प्रथा अपने सतीत्व को बचाने का एक तरीका ।जो धीरे धीरे समय के अनुसार खत्म भी हो गया । आज अफगानिस्तान फिर से वही पहुँच गया जहाँ हम सौ साल पहले थे ।मुगलों का आक्रान्त रवैया हमे अफगानिस्तान में नज़र आता है ।अपने देश की संस्कृति व सभ्यता पर गर्व करें जहॉ नारी की पूजा होती थी 

   ' यत्र नार्यस्तु पूज्यंते 

रमन्ते तत्र देवता " 

हिन्दू धर्म मे विदुषी ,गार्गी और भी बहुत सी  पढ़ी लिखी नारियां रही है । यहाँ स्त्रियों को कभी शिक्षा से वंचित नही किया गया  हमें गर्व है अपनी सनातन व भारतीय संस्कृति पर  हमें गर्व है कि हम हिन्दू है जो किसी के अधिकारों का हनन नही करता ।


              रेनुका सिंह 

              गाज़ियाबाद



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