गाजीपुर गौरव बने हरीश

गाजीपुर। हिंदी दिवस के अवसर पर 12 सितम्‍बर 2021 को गाजीपुर के साहित्‍यकार कव‍ि एवं मंच संचालक हरि नारायण हरीश जी को मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार पूर्व पुलिस महानिदेशक, उ.प्र. एवं  डा. विभूति नारायण राय  एवं विशिष्ट अतिथि पूर्व कुलपति-जयप्रकाश नारायण विश्वविद्यालय,छपरा प्रो. हरिकेश सिंह  द्वारा  गाजीपुर गौरव 2021 सम्‍मान से सम्‍मानित किया गया। इस अवसर पर हरीश जी ने कहा कि मैं समझ नहीं पा रहा हूँ कि मैनें जीवन में कौन सा ऐसा कार्य किया है जिसके लिए मुझे यह सम्‍मान मिला है। यादोंं के झरोखें में जाते हुए हरीश जी ने बताया कि उन्‍होनें अपनी पहली कविता उस समय लिखी थी जब भारत चीन से परास्‍त हो चुका था, मगर एक भारतीय होने का जूनून था कि मैनें भारत की उस हार को भी जीत के जैसा प्रस्‍तुुत किया, उस समय आज अखबार में मेरी दो कविता प्रकाशित हुई थी, एक याद नहीं और एक यह रही। 

हरि नारायण हरीश जी को गाजीपुर गौरव का सम्‍मान मिलने से गाजीपुर के साहित्‍यकारों में हर्ष का माहौल रहा। ।सम्‍मान समारोह में नवगीतकार डा. बुद्धिनाथ मिश्र (देहरादून), जमुना उपाध्याय (अयोध्या), डा. कमलेश राय (मऊ) एवं भालचंद त्रिपाठी (अम्बेडकर नगर) ने गीत, नवगीत एवं गजल सुनाकर आयोजन को ऊंचाई प्रदान किया। डा. सानंद सिंह, आशुतोष पाण्डेय, डा. पारस नाथ सिंह, अक्षय पाण्डेय, नवगीतकार कुमार शैलेंन्‍द्र, प्रवीण कुमार, अंनतदेव पाण्‍डेंय, अनिल उपाध्‍याय, माधव कृष्‍ण, शीला सिंह, मनोज गुप्‍ता, डॉ प्रमोद कुमार श्रीवास्तव अनंग इत्‍यादि मौजूद रहेंं। यह सम्‍मान समारोह गाजीपुर की संस्‍था  साहित्‍य चेतना समाज द्वारा गाजीपुर के महुआबाग मेें किया   गया था। 




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