गली-गली रावण - रेनुका

गली गली अब रावण है 
घर घर में अब रावण है 

दूर इतने क्यों जाते हो 
खुद में ही तुम झांक लो 
राम नाम का क्या है तुम मे
अंदर बाहर माप लो 

राम के जैसी सज्जनता 
राम के जैसी महानता
 राज्य भी तज दिया 
पिता के मान के लिए


सब कुछ चाहिए 
अब खुद के लिए 
कौन अगले की 
सोचता है 

कब अगले को पूछा तुमने 
कब माँ बाप को पूजा तुमने
देश धर्म कब सोचा है 
नारी को कब पूछा है 



अब बन जाओ राम तुम 
राम राज्य ले आओ तुम 
सबको तुम सम्मान दो 
देश को पूरा मान दो 


        रेनुका सिंह 
        गाज़ियाबाद

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