लता की लघुकथा स्मार्ट कम्प्यूटर

पिंकी आज सुबह से ही परेशान थी,माँ की हर बात को अनदेखा,अनसुना कर रही थी। माँ ने आवाज लगाई '''पिंकी आसमान पर बादल छाये है ,में जरूरी काम से बाहर जा रही हूं ,बाहर कपड़े सुख रहे है कुछ किराना भी है उठा लेना ,बाई आयेंगी उसका टेम्परेचर भी गिन लेना ,मास्क लगा कर काम कर रही है या नही देख लेना''। पिंकी ने वही से जबाब दिया ''हा माँ ''। कामवाली बाई आई और काम कर चली गयी ,बारिश ने भी अपनी दस्तक दे दी। इंदूजी जब घर आई तो देखा कपड़े गीले हो गए ,सामान गीला हो गया,वो बड़बड़ाई पिंकी तुम बिल्कुल नही सुनती हो वगैरह वगैरह।
पिंकी ''मम्मी क्या हुआ कपड़े ही तो गीले हो गए ,कल सुख जाएंगे''।
दूसरे दिन बाई की खबर आई कि मैडम मुझे सर्दी ,खाँसी तेज बुखार है। इंदूजी ने आवाज लगाई ''पिंकी कल बाई का टेम्परेचर गिना था ,उसने मास्क लगाया था ,तुम पास तो नही गयी थी उसके''। वगैरह वगैरह चिंता के मारे,उन्हें घबराहट होने लगी ,कही कामवाली बाई को कोरोन तो नहीं हो गया।
रिया कॉलेज से आई -घर मे मम्मी ,पिंकी के चेहरे को देख समझ गयी कि आज फिर पिंकी ने गड़बड़ की है ,माँ बहुत परेशान दिख रही है। माहौल को हल्का करने के लिए रिया ने पिंकी से बात की। रिया --पिंकी मालूम आज मेरे प्रोजेक्ट को बेस्ट प्रोजेक्ट के लिए चुना गया है।
पिंकी --हा दीदी कंप्यूटर बड़े स्मार्ट होते है ,मैंने कल फिर गलती कर दी ,सारी घटना रिया को बता रोने लगी ,कहने लगीं में कब इतनी स्मार्ट बनूगी।
रिया ---पिंकी बताऊ कंप्यूटर इतने स्मार्ट इसलिए होते हैं क्योकि वह अपने मदर बोर्ड से जुड़े होते है।
 लता सिंघई 
 अमरावती98230 21185

 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ