गोपालराम गहमरी
पर्यावरण दिवस समारोह
कविता लेखन प्रतियोगिता 2024
शीर्षक- हरियाली
मत काटो इन हरे-भरे पेड़ों की डाली
वरना मिट जाएगी धरा से हरियाली।
सदियों से हमको देते आए ये
घनी छांव और शुद्ध हवा निराली
दूषित वायु धरा की खुद ही पी डाली
मत काटो इन हरे-भरे पेड़ों की डाली।
हरे-भरे पेड़ों से ही है धरा पर खुशहाली
मिटी धरा से हरियाली तो होगी बड़ी बदहाली
मत काटो इन हरे-भरे पेड़ों की डाली।
सोचों अगर नही बची धरा पर हरियाली
फिर क्या बच पाएगी जान हमारी-तुम्हारी
मत काटो इन हरे-भरे पेड़ों की डाली।
बचा सको तो बचा लो धरा की हरियाली
हरे-भरे पेड़ों से ही है जीवन में खुशहाली
मत काटो इन हरे-भरे पेड़ों की डाली।
स्वरचित मौलिक रचना
रचनाकार- सुनील कुमार
पता- ग्राम फुटहा कुआं
निकट पुलिस लाइन
जिला-बहराइच,उत्तर-प्रदेश।
मोबाइल नंबर 6388172360
0 टिप्पणियाँ