चित्र पर कविता में संतोष शान की कविता

गोपालराम गहमरी पर्यावरण सप्ताह
30 मई से 05 जून 2024 तक
आनलाइन कार्यक्रम का दूसरा दिन
दिनांक 31/05/2024
चित्र लेखन



बरगद के जड़ काट दिए
मनी प्लांट रहे बोय
हवा मांगते भीख मे
अपनी सांसें खोय
अपनी सांसें खोय घुटन भर लीं जीवन में
चीख रहे वे ठूंठ
खड़े जो सूने वन में


संतोष शान
हाथरस ( उ. प्र. )


 

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