श्रवण की कविता मेरे पिता

 
मेरे पिता से ही मेरी पहचान है
मेरा गर्व है मेरे पिता 
मेरा आत्मविश्वास पिता
मेरी दुनिया है मेरे भगवान है पिता
मेरे हर सुख दु:ख के साथी है मेरे पिता!

मेरा भविष्य है मेरे पिता
मेरा अभिमान है मेरी शान,
मेरे घर कि छत है पिता
मेरा संघर्ष मेरी मेहनत मेरी जीत है पिता
मेरा अनुशासन है पिता!

मेरे परिवार की शक्ति है पिता
मेरा साहस है मेरा जीवन है मेरे पिता
मेरे परिवार कि जिम्मेदारी है मेरे पिता
मेरे सपने का भंडार है मेरे पिता!

मेरे पूरे संसार की दौलत है मेरे पिता
मेरी शान मेरा गौरव है मेरे पिता
मेरी हर उम्मीद है मेरे पिता
मेरे पूरे जीवन का सार है मेरे पिता!


मेरे परिवार के दो समय कि रोटी  है मेरे पिता
मेरी हिम्मत है मेरे पिता
मेरे जीवन की हर समस्या का समाधान है मेरे पिता
मेरी मौज- मस्ती के अवसर है मेरे पिता
,मेरी जिंदगी है मेरे पिता!!

श्रवण सिंह राव आहोर जिला जालौर राजस्थान


 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ