"डॉक्टर साहब, हार्ट बीट तेज हो जाती है और घबराहट होती है।
पेट फूला फूला सा रहता है एसिडिटी बहुत परेशान करती हैl
कोई अच्छी दवाई बताइए।"
"आपके विरोधी या गुट के बाहर के लेखक/लेखिका का अच्छा लेखन, पढ़ना बंद कर दो।
सब ठीक हो जाएगा।"
2)
तुमने कहा देखो यह बंद दरवाज़ा,और, तुम्हारी बात मान ली मैंने।तुम भी देखोगी इक दिन,यह बंद दरवाज़ा।तब तुम डरोगी तो नहीं?
देख कर,यह हॉरर फिल्म बंद दरवाज़ा, रामसे बंधुओं की।
3)
दक्षिण: आलू बड़ा हमेशा दही बड़े से बड़ा क्यों होता है?
उत्तर: क्योंकि,आलू बड़े में बड़ा आलू को अंदर छिपा लेता है,जबकि दही बड़े में बड़े को दही के अंदर छिपाया जाता है।
4)पुराने ज़माने में जब इंसान आग उत्पन्न करना नहीं सीखा था,तब वो,सिगरेट ड्रेगन के मुंह की आग से सुलगाता था।
6)साहित्य समाज का दर्पण है, इसे कभी-कभी साफ़ भी कर लेना चाहिए।
7)कलयुग की महाभारत
सालों गुज़र गए। आखिरकार जायदाद का बंटवारा हो ही गया।...आधी एक के वकील के पास गई और आधी दूसरे के।
8) गर्मी में क्या 40-50 डिग्री से घबरा जाते हो। हमें देखो। हम तो रोज़ 360 डिग्री से खेलते हैं। - एक गणित टीचर
9) पंचतंत्र।लब्धप्रणाश। चालाक सियार (आज भी हैं)
"महोदय...या, यह व्यक्ति आपकी कमियों पर बहुत बोल रहा है।"
"कौन चंद्रेश? बोलने दो मेरा क्या उखाड़ लेगा? खुद ही बहुत कमज़ोर है।"
"यह मीडिया वाला भी वैसा ही बोल रहा है।"
"अच्छा! ऐसा करो... अखबार हो, इलेक्ट्रोनिक हो या सोशल, उसके मीडिया में अपना विज्ञापन दे दो।"
"अब, यह शक्तिशाली व्यक्ति भी कहने लगा।"
"ओह, इसको तो बहुत लोग मानते हैं। इसे अगले सम्मान समारोह में बुला लो।
सम्मान दे देंगे,
वहां बुलवा लेंगे...
फिर कहीं नहीं बोलेगा।"
10)"मैं हरगिज़ नहीं आऊंगा तेरे बेटे को शादी में।"
"क्यूं?"
"क्यूं क्या!? पिछले महीने मेरी पोस्ट पर तूने बधाई दी थी?"
//सोशल मीडिया - खून में बसा//
11) उम्र बढ़ने के साथ समझ आता है कि मन की शांति और सुकून भरा जीवन
किसी भी जुनून, नए विचार और एक के बाद एक लक्ष्यों से बहुत बढ़कर है।.
और, इसीलिए मेरी उम्र बढ़ नहीं रही।
12)हास्यकथा
कलियुग की बात है, मतलब इसी युग की। सदियों बाद, कामदेव अपनी पत्नी रति के साथ धरती पर आए। किसी जमाने में भगवान शिव से पराजित, कामदेव आज काफी उत्साहित और विश्वस्त थे कि, अब तो धरती पर मेरी तूती बोल रही होगी। वे दोनों देव और देवी एक पार्क में गए जहां एक लड़का और एक लड़की एक ही बेंच पर चुपचाप बैठे हुए थे, लेकिन अलग अलग। उन्हें अपना शिकार बनाने के लिए कामदेव ने लड़के पर अपना बाण चलाया और रति देवी ने लड़की को तीर मारा। लेकिन आश्चर्य! लड़के और लड़की पर कोई असर नहीं हुआ। आप लोगों की तरह ही, कामदेव और रति भी दोनों आश्चर्यचकित रह गए, फिर भी उन्होंने लगातार तीर चलाए। लेकिन उसके बाद भी, लड़के और लड़की पर कोई असर नहीं हुआ! यहां तक कि उनके मुंह से एक शब्द तक नहीं निकला।
काफी देर कोशिश करने के बाद आखिरकार दोनों देव दंपती थक हार कर बैठ गए। तभी आकाशवाणी हुई, "देवी! देव! तुम्हारे तीर उन पर असर नहीं करेंगे। देखो उनके हाथ में।" कामदेव और रति ने उत्सुकता से देखा। लड़के और लड़की के हाथ में स्मार्टफोन था जिसमें सोशल मीडिया चल रहा था।
डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी
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