आज सितारों से मेरी प्रिय माँग सजा कर:
आज सितारों से मेरी प्रिय माँग सजा कर
आज सितारों से मेरी प्रिय माँग सजा कर,
जनम-जनम के बंधन वाली रीति निभा दो ।
संग सदा सुख-दुख में रहना साथी बनकर,
जगमग दीपशिखा बनती द्वै बाती जलकर ।
मलय-गंध सम घुल जाएँ एक-दूजे संग,
निर्झरिणी ज्यों सरल-तरल,रहें न तनकर।
मोहन के अधरों पर सजी बाँसुरी जैसी,
बना संगिनी निर्मल पावन प्रीति निभा दो।।
धूप-दीप लोभान-महकता घर का ऑंगन,
खुशहाली के विहग-वृंद चहकें मन-उपवन।
प्रिय प्रेम-पुहुप बिखरा देना यूँ जीवन में,
ज्यों प्यासी क्षिति को सरसाने आए सावन।
अमर प्रेम चिर शिवा-शिवानी जैसे कर लें,
प्रेम-पुरातन ग्रंथों वाली नीति निभा दो।।
डॉ. दीक्षा चौबे
HIG1/33आदित्यनगर
दुर्ग छत्तीसगढ़
491001
फोन 9424132359
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